Mahatma Gandhi Essay in Hindi | Mahatma Gandhi Par Nibandh


Mahatma Gandhi Essay in Hindi : भारत के राष्ट्रपिता से सम्मानित महात्मा गाँधी का नाम भारतीय इतिहास में सदैव अमर रहेगा।

Mahatma Gandhi Essay in Hindi | Mahatma Gandhi Par Nibandh

इनका जन्म 2 ऑक्टूबर को हुआ था। इन्होने पूरी दुनिया को अहिंसा का पाठ पढ़ाया और भारत को आज़ादी दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। किसी न किसी परीक्षा में या फिर वाद विवाद प्रतियोगिता में या गाँधी जयंती समारोह में, गाँधी जी के योगदान के बारे में जानकारी दी जाती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए ” महात्मा गाँधी पर दस वाक्य दिए गए हैं। अतः इन्हे आप कही पर भी बोल सकते हैं।

अतः इन लाइनों को निबंध के लिए भी प्रयोग कर सकते हैं । अहिंसा के पुजारी महात्मा गाँधी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेकर सत्य और अहिंसा का पाठ लोगों को पढ़ाया।

Mahatma Gandhi Essay in Hindi
Mahatma Gandhi Essay in Hindi
  • 02 अक्टूबर 1869 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गौरव महात्मा गाँधी ने गुजरात के पोरबंदर शहर में जन्म लिया।
  • मई 1915 में कोचरब ( अहमदाबाद) में आश्रम बनाया लेकिन प्लेग फैलने पर साबरमती में आश्रम को पुनः बनवाया.
  • राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का वास्तविक नाम मोहनदास करमचंद गाँधी था।
  • गाँधी जी की शादी 15 वर्ष की अवस्था में कस्तूरबा गाँधी से हुई ।
  • गाँधी जी का जन्म 2 अक्टूबर को हुआ था, अतः 2 अक्टूबर को अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
  • महात्मा गाँधी, नरम दाल के नेता गोपाल कृष्ण गोखले को अपना राजनीतिक गुरु मानते थे।
  • जब गाँधी जी की हत्या हुई तब उनके मुँह से निकला आखिरी शब्द था – हे राम।
  • गाँधी जी का डंडी मार्च अंग्रेज सरकार के नमक पर लगाए गए टैक्स के खिलाफ आंदोलन था।
  • अहिंसा और सत्य में विश्वास रखने वाले गाँधी जी एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे।
  • गाँधी जी ने वर्ष 9 जनवरी 1915 को दक्षिण अफ्रीका से बम्बई में कदम रखा।
  • गुजराती भाषा, महात्मा गाँधी की मातृभाषा थी।
  • इन्होने वकालत की पढ़ाई इंग्लैंड से की थी।
  • करमचंद गाँधी, महात्मा गाँधी के पिता थे, और पुतलीबाई इनकी माँ।
  • इन्होने ने राजकोट के अल्फ्रेड हाई स्कूल से स्कूली शिक्षा प्राप्त की।
  • शुक्रवार के दिन गाँधी जी का जन्म हुआ था और शुक्रवार को ही भारत देश को स्वतंत्रता मिली। जबकि इनकी नृशंस हत्या भी शुक्रवार के दिन ही हुई थी।
  • महादेव देसाई को गाँधी जी का निजी सचिव माना जाता है।
  • पूर्व बिड़ला हाउस के बागीचे में गाँधी जी की नृशंस हत्या की गई थी।
  • गाँधी जी और प्रसिद्द लेखक लिओ टॉलस्टॉय के बीच बातचीत का आधार पत्र थे।
  • 30 जनवरी 1948 ( शुक्रवार ) को नाथूराम गोडसे ने भारत की महान हस्ती महात्मा गाँधी की गोली मारकर हत्या कर दी।
  • भारत को अंग्रेजों से की गुलामी की जंजीरों से मुक्ति दिलाने में गाँधी जी का महत्वपूर्ण योगदान था।
  • महात्मा गाँधी के सभी आंदोलनों का आधार अहिंसा के साथ आज़ादी पाना था।
  • नई दिल्ली के राजघाट में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की समाधी बनाई गई है।
  • रविंद्रनाथ टैगोर ने ही महात्मा की उपाधि गाँधी जी को दी थी।
  • महात्मा गाँधी ने दक्षिण अफ्रीका में सक्रिय नागरिक आंदोलन में भी भाग लिया।
  • गाँधी जी ने भारतीय स्वतंत्रता के दौरान नारे दिए थे। – करो या मरो , अंग्रेजो भारत छोड़ो (Quit India Movement 1942)।
  • गाँधी जी अनुसार, “व्यक्ति की पहचान उसके कपड़ों से नहीं उसके चरित्र से होती है।”
  • 53 प्रमुख सड़कों तथा भारत देश के बाहर भी 48 सड़कों का नाम गाँधी जी के नाम से जुड़ा है
  • महात्मा गाँधी के अनुसार, “आप मुझे बेड़ियों में जकड सकते हैं, यातना भी दे सकते हैं, यहाँ तक की शरीर को भी नष्ट कर सकते हैं। लेकिन कदापि मेरे विचारों को कैद नहीं कर सकते हैं।
  • गाँधी जी स्मारक संग्रहालय की स्थापना 1959 में तमिलनाडु के मदुरै शहर में हुआ था।
  • 1930 में अमेरिका की टाइम मैगज़ीन ने महात्मा गाँधी को ‘Man of The Year’ घोषित किया था।
  • गाँधी जी 14 बार गिरफ्तार हुए तथा उन्होंने लगभग 6 वर्ष जेल में व्यतीत किये।
  • भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान गाँधी जी के प्रमुख आंदोलन थे – असहयोग आंदोलन ( Non Cooperation Movement ), सविनय अवज्ञा आंदोलन, चम्पारण आंदोलन, इत्यादि।
  • ब्रिटेन में गाँधी जी का एक चरखा 110, 000 पौंड में नीलाम हुआ था।
  • संयुक्त राष्ट्र द्वारा तारीख ‘2 अक्टूबर’ को ‘विश्व अहिंसा दिवस’ मनाने की घोषणा हुई।
  • भारतीय मुद्रा में 1996 से गाँधी जी की फोटो का प्रयोग हो रहा है।
  • पहली बार 1915 के मुंबई कांग्रेस अधिवेशन में गाँधी जी ने भाग लिया।
  • गाँधी जी का डंडी मार्च ( Dandi March ) सविनय अवज्ञा आंदोलन का ही एक रूप था।
  • दिसम्बर 1921 में पहली बार गाँधी जी को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया।
  • 30 जनवरी 1948 को गाँधी जी अपना शरीर त्यागकर इतिहास के पन्नों पर अमर हो गए।
  • महात्मा गाँधी को राष्ट्रपिता कहने वाले प्रथम व्यक्ति सुभाष चंद्र बोस थे।

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